चुम्बकीय नाभिक का परिरक्षण (Shielding of Magnetic Nuclei)
चुम्बकीय अनुनादी प्रवृत्ति प्रोटान के द्वारा अनुभव किये गये चुम्बकीय क्षेत्र पर निर्भर करती है। नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रॉन के परिभ्रमण से उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र से लगाये गये चुम्बकीय क्षेत्र के मान को रिवर्तित कर देता है। इस प्रकार नाक चारों ओर के इलेक्ट्रॉनों से शित हो जाता है। यह रक्षण निः तीन प्रकार का होता है (11) स्थानीय प्रतिचुम्बकीय रक्षण (ii) प्रतिचुम्बकीय एवं (iii) निकट परमाणु के अनुकीय
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नाभि पर चुम्बकीय क्षेत्र लगाये गये चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत इलेक्ट्रॉनों के घूर्णन से उत्पन्न तथाप्रति पूर्ण एक छोटकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है। यह प्रतिय गये चुम्बकीय क्षेत्र का विरोध करता है क्योंकि यह चुम्बकीय क्षेत्र जो इलेक्ट्रॉनों के नाभिक के चारे और परिभ्रमण से उत्पन्न लेता है और लगाये गये चुम्बकीय क्षेत्रका विरोध करता है। अतः यह घटना एक काम प्रभाव है जिसे कहते हैं।